कृषि भवन में सम्पन्न हुई जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी

कृषि भवन में सम्पन्न हुई जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी



 


 


बहराइच। कृषि भवन परिसर में आयोजित जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी, आत्मा योजनान्तर्गत कृषक वैज्ञानिक संवाद तथा फसल अवशेष प्रबन्धन जागरूकता कार्यक्रम के अवसर पर जिलाधिकारी शम्भु कुमार, विधायक महसी सुरेश्वर सिंह, पयागपुर के सुभाष त्रिपाठी, बलहा की श्रीमती सरोज सोनकर व हिन्दु युवा वाहिनी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजदेव सिंह ने सयंुक्त रूप से फीता काटकर, दीप प्रज्ज्वलित कर व पंडित दीन दयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। गोष्ठी के मुख्य अतिथि विधायक महसी सुरेश्वर सिंह, विशिष्ट अतिथि विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी, बलहा श्रीमती सरोज सोनकर तथा अध्यक्षता जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने की।



गोष्ठी के दौरान जिलाधिकारी, विधानसभा सदस्यों व अन्य अतिथियों ने प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (पीएम-कुसुम) योजनान्तर्गत 05 कृषकों को पांच-पांच हार्सपावर के सोलरपम्प, प्रामोशन आफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फार इन सीटू मैनेजमेण्ट आफ क्राप रेज्डयू योजना अन्तर्गत फार्म मशीनरी बैंक स्थापना हेतु 06 समूह/कृषकों को प्रमाण पत्र व ट्रैक्टर की चाभी, नेशनल मिशन आन एग्रीकल्चर एक्स पेंशन एण्ड टेक्नालाजी(एस.एम.ए.एम.) योजनाअन्तर्गत अनुसूचित जाति के 06 कृषकों को रोटावेटर हेतु रू. 42-42 हजार अनुदान धनराशि के स्वीकृति पत्र के साथ-साथ रबी फसल हेतु मिनी बीज किट का भी वितरण किया गया।



कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी, विधायकों व अन्य वक्ताओं ने कहा कि कृषक केन्द्र व राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुखिया श्री योगी आदित्यनाथ कृषकों की आय को दो गुना किये जाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। कृषकों की आय में बढ़ोत्तरी के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा अनेकों योजनाएं संचालित की जा रही है। देश के किसानों को कृषि यंत्रों की खरीद पर अनुदान की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के साथ-साथ किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाये जाने हेतु मूल समर्थन योजना के तहत उपज की रिकार्ड खरीद की जा रही है। कार्यक्रम में मौजूद किसानों से अपील की गयी कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का भरपूर लाभ उठायें तथा वैज्ञानिक विधि से खेती करें ताकि उन्हें भरपूर उपज प्राप्त हो सके। वक्ताओं किसानों को यह भी सलाह दी कि सहफसली खेती के साथ-साथ कृषि आधारित व्यवसाय को भी अपनायें।  



वक्ताओं ने सभी किसानों से अपील की कि अपने फसल अवशेषों को खेत में न जलायें। खेत में फसल अवशेष को जलाया जाना एक दण्डनीय अपराध है। किसानों को सुझाव दिया गया कि अपनी फसल अवशेषों का सदुपयोग कर कम्पोस्ट खाद तैयार करें ताकि पर्यावरण संतुलन के साथ-साथ भूमि की उर्वरा शक्ति भी बढ़ सके। जिला स्तरीय रबी उत्पाकता गोष्ठी को उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, कृषि वैज्ञानिकों, कृषि एलाइड विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों, लीड बैंक प्रबन्धक तथा प्रगतिशील कृषक रामफेरन पाण्डेय व अन्य ने भी सम्बोधित करते हुए किसानों को महत्वपूर्ण सुझाव दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जिले के किसान मौजूद रहे। किसानों को मौसम की जानकारी प्राप्त करने के लिए मेघदूत एप को डाउनलोड करने की भी सलाह दी गयी।